9 महीने अंतरिक्ष में फंसी रहीं सुनीता विलियम्स, आखिरकार सुरक्षित लौटीं धरती पर!

भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर 9 महीने तक अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद आखिरकार बुधवार को सफलतापूर्वक धरती पर लौट आए। स्पेसएक्स कैप्सूल ने फ्लोरिडा के तट पर अहले सुबह सफल स्प्लैशडाउन लैंडिंग की, जिसके बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। सुनीता विलियम्स पिछले साल जून में बोइंग स्टारलाइनर क्राफ्ट से इस मिशन के लिए रवाना हुई थीं, जिसे केवल एक सप्ताह का मिशन माना गया था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण यह 9 महीने तक खिंच गया और उन्हें इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर ही रहना पड़ा।

तकनीकी खराबी ने बढ़ाया मिशन का समय

बोइंग स्टारलाइनर में लगातार आ रही तकनीकी खामियों के चलते यह मिशन बार-बार स्थगित हुआ। कई बार उनकी वापसी की योजना बनाई गई, लेकिन हर बार नई समस्याएँ आ खड़ी हुईं। आखिरकार, सभी बाधाओं को पार करते हुए स्पेसएक्स कैप्सूल ने सफल लैंडिंग की, जिससे दुनिया भर में राहत की लहर दौड़ गई।

अंतरिक्ष में 9 महीने तक संघर्ष

ISS पर 9 महीने तक रहना आसान नहीं था। इस दौरान सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने से शरीर पर असर पड़ता है, और यही वजह थी कि वापस लौटने के बाद सुनीता के पैर डगमगाने लगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें अपने मूत्र और पसीने को रिसाइकल कर पानी पीना पड़ा, जिससे उनकी स्थिति और भी चिंताजनक हो गई थी

क्या खाती थीं सुनीता विलियम्स?

अंतरिक्ष में ताजे भोजन की उपलब्धता सीमित होती है। मिशन के शुरुआती तीन महीनों तक ही ताजे फल और सब्जियाँ उपलब्ध थीं, लेकिन बाद में सुनीता और विल्मोर को फ्रीज-ड्राई और फ्रोजन भोजन पर निर्भर रहना पड़ा। उन्हें पाउडर दूध, पिज्जा, रोस्ट चिकन, झींगा कॉकटेल और टूना मछली जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना पड़ा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर तक सुनीता के पास खाने के लिए केवल पिज्जा और झींगा कॉकटेल ही बचा था

कैसे होता है अंतरिक्ष में भोजन का प्रबंधन?

अंतरिक्ष यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था बहुत सुनियोजित होती है। मांस और अंडे को पहले से पकाकर भेजा जाता है, जिसे ISS पर गर्म किया जाता है। सूप, स्टू और कैसरोल जैसे भोजन को पानी से हाइड्रेट किया जाता है। इसके अलावा, अंतरिक्ष यात्रियों के मूत्र और पसीने को रिसाइकिल करके पानी में बदला जाता है

क्या खाने की कमी से सुनीता का वजन घटा?

विशेषज्ञों के अनुसार, सुनीता के वजन में कमी भोजन की कमी की वजह से नहीं हुई। हर अंतरिक्ष यात्री को प्रति दिन 3.8 पाउंड भोजन दिया जाता है और आपातकालीन स्थिति के लिए भी भोजन का स्टॉक रखा जाता है।

मिशन की सफलता पर खुशी की लहर

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी पर पूरी दुनिया में खुशी की लहर दौड़ गई। अंतरिक्ष में 9 महीने बिताने के बाद उनका सुरक्षित लौट आना अंतरिक्ष विज्ञान की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। अब सभी की निगाहें सुनीता विलियम्स की भारत यात्रा पर टिकी हैं, जहां उनके अनुभवों को जानने के लिए लोग उत्साहित हैं।