सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक वापसी: 9 महीने के अंतरिक्ष मिशन के बाद धरती पर लौटीं भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) अपने 9 महीने लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आई हैं। उन्होंने स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए 17 घंटे का सफर तय करके फ्लोरिडा के तट पर सुबह 3:27 बजे सुरक्षित स्प्लैशडाउन किया। इस ऐतिहासिक वापसी के दौरान उनके साथ क्रू-9 मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी थे – निक हेग, रूस के एलेक्जेंडर गोर्बुनोव और बुच विल्मर।

गुरुत्वाकर्षण महसूस कर मुस्कुराईं सुनीता

जैसे ही ड्रैगन कैप्सूल पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल हुआ, इसका तापमान 1,600 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। स्प्लैशडाउन के बाद सुरक्षा दल ने चारों अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला। जब सुनीता विलियम्स ने नौ महीने बाद पृथ्वी की ग्रैविटी महसूस की, तो उनके चेहरे पर मुस्कान झलक उठी। उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया और धरती पर सुरक्षित लौटने की खुशी जाहिर की।

अंतरिक्ष में 8 दिन की यात्रा बनी 9 महीने की चुनौती

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मर को 5 जून 2024 को बोइंग के नए स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। यह मिशन सिर्फ 8 दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते यह 9 महीने (286 दिन) तक बढ़ गया। इस दौरान उन्होंने 900 घंटे का शोध कार्य पूरा किया और 150 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए।

सबसे अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने वाली महिला बनीं सुनीता

नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला होने का नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 62 घंटे और 9 मिनट तक स्पेस स्टेशन के बाहर काम किया और 9 बार स्पेसवॉक किया। उनका यह मिशन अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है।

नासा और स्पेसएक्स की बड़ी सफलता

इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता के बाद नासा और स्पेसएक्स ने सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की हिम्मत और समर्पण की सराहना की। उनकी सुरक्षित वापसी ने भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए नई संभावनाओं के दरवाजे खोल दिए हैं।

🚀 सुनीता विलियम्स की यह ऐतिहासिक यात्रा आने वाले समय में अंतरिक्ष अन्वेषण के नए आयाम स्थापित करेगी। 🌍✨