इजरायल का अभेद्य कवच: एरो-4 मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैयार, दुश्मनों के लिए बनेगा काल

इजरायल चारों तरफ से घिरा होने के बावजूद अपनी रक्षा तकनीकों के चलते आज तक अजेय बना हुआ है। इसकी सुरक्षा का सबसे बड़ा आधार है उसका मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जिसने अब तक कई घातक हमलों को नाकाम किया है। हाल ही में इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने घोषणा की है कि वह अपने अत्याधुनिक एरो-4 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के निर्माण के अंतिम चरण में पहुंच चुका है। यह डिफेंस सिस्टम पहले से भी ज्यादा ताकतवर और एडवांस होगा, जो हाइपरसोनिक मिसाइलों और किसी भी प्रकार के दुश्मन के हमलों को निष्क्रिय करने की क्षमता रखेगा।

इजरायल का ब्रह्मास्त्र – एरो डिफेंस सिस्टम

पिछले साल अप्रैल और अक्टूबर में ईरान ने इजरायल को तबाह करने के इरादे से सैकड़ों मिसाइलें दागी थीं, लेकिन एरो डिफेंस सिस्टम ने उन्हें हवा में ही नष्ट कर दिया। इससे एरो डिफेंस सिस्टम को इजरायल का ब्रह्मास्त्र कहा जाने लगा। अब IAI ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए एरो-4 के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है, जो इजरायल की सुरक्षा को अभेद्य बना देगा।

IAI के सीईओ बोअज़ लेवी ने एक इंटरव्यू में कहा,
“हम जानते थे कि हमारा सिस्टम सबसे उन्नत तकनीक पर आधारित है, लेकिन हमें अब तक किसी वास्तविक खतरे का सामना नहीं करना पड़ा था। जब ईरान ने 100 से अधिक मिसाइलें दागीं, तब हमें इस प्रणाली की असली ताकत का अंदाजा हुआ।”

कैसे काम करेगा एरो-4 डिफेंस सिस्टम?

एरो-4 डिफेंस सिस्टम को अमेरिका और इजरायल ने मिलकर विकसित किया है। इसे खासतौर पर हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और ग्लाइड व्हीकल से दागी जाने वाली मिसाइलों को नष्ट करने के लिए तैयार किया गया है। यह एरो-2 और एरो-3 का अपडेटेड वेरिएंट है और निम्न व ऊंची दोनों ऊंचाइयों पर काम कर सकता है।

एरो-4 की खासियतें:

हाइपरसोनिक मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता
500 से 1000 मील तक की रेंज
वायुमंडल के अंदर और बाहर दोनों जगह काम करने में सक्षम
आयरन डोम और डेविड्स स्लिंग के साथ मिलकर इजरायल की सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा

बोअज़ लेवी ने बताया कि “हमने इस इंटरसेप्टर में नई टेक्नोलॉजी जोड़ी है, जो इसे और भी घातक बनाती है।”

क्या भारत को मिलेगा एरो-4 डिफेंस सिस्टम?

इजरायल भारत को एरो-4 डिफेंस सिस्टम बेचना चाहता है और इसके लिए उसने अमेरिका से अनुमति भी मांगी है। हालांकि, अमेरिका ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं किया है और भारत ने भी इसे खरीदने को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है।

इजरायल की सुरक्षा होगी और मजबूत

एरो-4 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के शामिल होने से इजरायल एक अभेद्य किले में तब्दील हो जाएगा। यह अत्याधुनिक तकनीक दुश्मनों के किसी भी हमले को असफल कर देगी और इजरायल को हर परिस्थिति में सुरक्षित रखेगी। इस ब्रह्मास्त्र की ताकत के कारण अब इजरायल के दुश्मनों को कई बार सोचकर ही कोई हमला करने की हिम्मत करनी होगी!

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