चाइनीज कंपनी बाइटडांस का शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक अमेरिका में मुसीबतों में है। ट्रंप सरकार के कार्यकाल में इसे लगभग बंद कर दिया गया था, लेकिन बाद में इसे वापसी का मौका मिला, बशर्ते कि टिकटॉक को अमेरिका में अपना कारोबार बेचना होगा। कई कंपनियां टिकटॉक का बिजनेस खरीदने की कोशिश कर रही हैं। इस रेस में अब एआई कंपनी Perplexity भी शामिल हो गई है। Android Headlines की रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क और Mr. Beast जैसे दिग्गज पहले से ही टिकटॉक खरीदने की रेस में हैं। अब Perplexity भी इसे खरीदने की कोशिश कर रही है। इस कंपनी के सीईओ अरविंद श्रीनिवास हैं, जिनका जन्म 1994 में चेन्नई में हुआ था।
कौन हैं अरविंद श्रीनिवास?
साल 1994 में चेन्नई में जन्मे अरविंद श्रीनिवास, एआई कंपनी Perplexity के को-फाउंडर और सीईओ हैं। यह एक एआई आधारित सर्च इंजन कंपनी है। श्रीनिवास ने आईआईटी मद्रास से पढ़ाई की और फिर कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने OpenAI से की, जिसे ChatGPT बनाने के लिए जाना जाता है। बाद में उन्होंने गूगल और डीपमाइंड जैसी टेक कंपनियों में भी काम किया। आखिरकार उन्होंने Perplexity नामक कंपनी शुरू की।
क्या करती है Perplexity?
Perplexity एक एआई कंपनी है, जो एआई-संचालित सर्च इंजन विकसित करती है। यह कंपनी सैन फ्रांसिस्को से ऑपरेट होती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Perplexity टिकटॉक के अमेरिकी हिस्से को खरीदने के लिए 18 अरब डॉलर जुटाने पर काम कर रही है। यदि कंपनी अपने लक्ष्य में सफल हो जाती है, तो वह टिकटॉक के एल्गोरिदम को ओपन-सोर्स बना सकती है, जिससे इसका उपयोग हर कोई कर सकेगा। कंपनी ने यह भी कहा है कि अगर उसे टिकटॉक खरीदने का मौका मिलता है, तो वह अमेरिका में डेटा सेंटर्स बनाएगी, ताकि अमेरिकी सरकार इसकी निगरानी कर सके।
टिकटॉक पर छाए संकट के बादल
टिकटॉक को लेकर अमेरिका में संकट बरकरार है। टिकटॉक यूजर्स भी इसके भविष्य को लेकर असमंजस में हैं। अमेरिका में यह प्लेटफॉर्म तभी ऑपरेट हो सकता है, जब बाइटडांस इसके अमेरिकी बिजनेस को बेच दे। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो टिकटॉक को अमेरिका से हटना पड़ सकता है। भारत में टिकटॉक पहले ही बैन हो चुका है और अगर अमेरिका में भी यह बंद होता है, तो बाइटडांस को बड़ा झटका लगेगा। अमेरिकी कंपनियां इसे एक बड़ा अवसर मान रही हैं। एलन मस्क पहले ही इसमें दिलचस्पी दिखा चुके हैं, और अब Perplexity भी इस दौड़ में शामिल हो गई है।