सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौटीं, जानिए उनके जीवन और लव स्टोरी की दिलचस्प कहानी

दुनिया की मशहूर अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक बार फिर चर्चा में हैं। आज ही वह अंतरिक्ष में 9 महीने का लंबा सफर पूरा कर पृथ्वी पर वापस लौटी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुनीता पंड्या से वह सुनीता विलियम्स कैसे बनीं? आइए जानते हैं उनकी रोमांचक लव स्टोरी और उनके पति माइकल जे विलियम्स के बारे में।

कौन हैं सुनीता विलियम्स के पति माइकल जे विलियम्स?

सुनीता विलियम्स के पति माइकल जे विलियम्स अमेरिकी फेडरल मार्शल रह चुके हैं और अब रिटायर्ड जीवन बिता रहे हैं। उनकी मुलाकात सुनीता से अमेरिकी नौसेना में हुई थी, जहां दोनों हेलिकॉप्टर उड़ाया करते थे। दोनों की शादी को 25 साल से अधिक हो चुके हैं। 1990 के दशक में सुनीता और माइकल विवाह के बंधन में बंधे। माइकल अमेरिकी मूल के हैं, लेकिन सुनीता भारतीय मूल से ताल्लुक रखती हैं। उनकी प्रेम कहानी 1980 के दशक में शुरू हुई थी, जब सुनीता ने 1987 में नेवल अकादमी से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। सुनीता कई बार सार्वजनिक रूप से भारतीय मूल होने पर गर्व जता चुकी हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके पति माइकल जे विलियम्स भी शांत स्वभाव के व्यक्ति माने जाते हैं।

गुजरात से है सुनीता विलियम्स और पीएम मोदी का खास नाता

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहायो राज्य के यूक्लिड शहर में हुआ था। उनके पिता, दीपक पंड्या, मूल रूप से गुजरात के मेहसाणा जिले के झूलासन गांव के रहने वाले थे। वे उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए और डॉक्टर बने। गौरतलब है कि कल्पना चावला के बाद, सुनीता विलियम्स दूसरी भारतीय मूल की महिला हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष में कदम रखा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जन्म गुजरात के वडनगर में हुआ था, जिससे सुनीता और पीएम मोदी का गुजरात से गहरा नाता है।

कितनी संपत्ति की मालकिन हैं सुनीता विलियम्स?

मार्का डॉट कॉम के अनुसार, सुनीता विलियम्स और उनके पति माइकल विलियम्स की कुल संपत्ति लगभग 5 मिलियन डॉलर (लगभग 44 करोड़ रुपये) है। उनकी नेट वर्थ में उनकी सैलरी के अलावा, विभिन्न वैज्ञानिक मिशनों, पब्लिक स्पीकिंग, मीडिया अपीयरेंस और अन्य स्रोतों से होने वाली आय भी शामिल है।

सुनीता विलियम्स की यह यात्रा न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उनकी प्रेरणादायक जीवन कहानी को भी दुनिया के सामने लाती है। उनके संघर्ष, समर्पण और मेहनत ने उन्हें अंतरिक्ष की ऊंचाइयों तक पहुंचाया और आज वे लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।